सूचीअध्याय 6: क्वांटम क्षेत्र

I. घटनाएँ और सवाल

कुछ धातुओं/सिरेमिक को बहुत ठंडा करने पर प्रतिरोध नाप-सीमा से नीचे चला जाता है और परिपथ में धारा वर्षों तक घटे बिना प्रवाहित रहती है। लगाया गया चुम्बकीय क्षेत्र बल्क से बाहर धकेला जाता है और केवल क्वांटाइज़्ड फ्लक्स ट्यूबों के रूप में अंदर घुसता है। दो अतिचालकों के बीच बहुत पतली इन्सुलेट परत रख दें तो बिना वोल्टेज के भी स्थिर धारा बहती है; उच्च आवृत्ति पर रोशन करने पर वोल्टेज में सीढ़ीनुमा तल उभर आते हैं।

ये संकेत—शून्य प्रतिरोध, पूर्ण प्रतिचुम्बकन (क्वांटाइज़्ड फ्लक्स-प्रवेश के साथ), शून्य बायस पर सुपरधारा, तथा रेडियो–आवृत्ति पर सीढ़ियाँ—सीधे प्रश्न खड़े करते हैं: ठंडाते ही “घर्षण” क्यों गायब हो जाता है? क्षेत्र केवल तय क्वांटा में ही क्यों प्रवेश करता है? धारा इन्सुलेटर के आर-पार कैसे जाती है, और माइक्रोवेव वोल्टेज पर नियमित प्लेटो क्यों बनाती है?


II. ऊर्जा–फिलामेंट सिद्धान्त (EFT) से व्याख्या: फेज–लॉक इलेक्ट्रॉन–युग्म, सामूहिक रूप से बंद नुकसान–मार्ग, और अवरोध के पार सह–सम्बद्ध रिले

  1. पहले युग्म बनते हैं, फिर फेज “सीया” जाता है।
    EFT में इलेक्ट्रॉन एक स्थिर एक–लूप घुमाव है; इसकी बाहरी परत ऊर्जा–समुद्र (Energy Sea) व क्रिस्टलीय जाल से अन्तःक्रिया करती है। ताप घटने पर जाल–कंपन घटता है और कुछ पदार्थों में एक चिकना “तनाव–कॉरिडोर” तैयार होता है जिसमें दो इलेक्ट्रॉन विपरीत उन्मुखीकरण के साथ साथ चलते हुए इलेक्ट्रॉन–युग्म बनाते हैं। इससे कई विखंड–मार्ग दब जाते हैं। और ठंडा करने पर अनेक युग्मों की बाहरी फेज–परतें परस्पर एक ही फेज–जाल में सधती हैं—जैसे पूरे नमूने पर बिछी “फेज–कालीन”।
  2. शून्य प्रतिरोध क्यों: नुकसान–मार्ग सामूहिक रूप से बंद हो जाते हैं।
    साधारण प्रतिरोध सूक्ष्म रास्तों से ऊर्जा–लीकेज से आता है—मलिनता, फॉनॉन, सतह की खुरदरापन। फेज–कालीन फैलते ही स्थानीय शिकनें, जो सह–सम्बद्धता तोड़ती हैं, मुश्किल से बनती हैं; नुकसान–सीमा अचानक ऊपर उठती है। जब तक ड्राइव उस कालीन को फाड़ नहीं देता, धारा ऊर्जा नहीं गंवाती—हम शून्य प्रतिरोध देखते हैं।
  3. Meissner निष्कासन और फ्लक्स–क्वांटाइज़ेशन क्यों: फेज़ मनमाने मोड़ को नकारता है।
    कालीन को समतल रहने देना हो तो चुम्बकीय क्षेत्र फेज़ को मनमाने ढंग से न मोड़े। सतह पर स्क्रीनिंग–करंट बनते हैं जो क्षेत्र को बाहर धकेलते हैं। कुछ पदार्थों में क्षेत्र पतली ट्यूबों के रूप में घुसता है; हर ट्यूब में फेज़ को पूर्ण घूर्णों में लपेटना पड़ता है—यही फ्लक्स–क्वांटाइज़ेशन है। इन ट्यूबों को खोखले तनाव–कोर मान सकते हैं जिनके चारों ओर फेज़ घूमें; वे एक–दूसरे को धकेलकर ज्यामितीय जाल बना लेते हैं।
  4. जोसेफसन धारा क्यों: लगभग–क्रिटिकल दरार में सह–सम्बद्ध पुल।
    दो फेज–कालीनों को एक अल्ट्रा–थिन इन्सुलेटर से अलग करें तो बीच में संकीर्ण दरार लगभग–सीमा पर बैठती है। इस दरार से दोनों ओर की फेज़ें रिले की तरह सह–सम्बद्धता से पार–संचारित होती हैं: कोई एक–एक इलेक्ट्रॉन “धक्का” नहीं देता, बल्कि बीच में एक लघु फेज़–पुल सीया जाता है।
    • यदि दोनों ओर एक ही ताल रहे तो पुल फेज़ को लगातार ढोता है और शून्य वोल्टेज पर DC सुपरधारा बहती है।
    • ताल भिन्न हो—DC वोल्टेज या RF–ड्राइव के कारण—तो फेज़–अन्तर समान–गति से बढ़ता है या बाहरी ड्राइव पर लॉक हो जाता है; पुल तय लय में सुपरधारा पम्प करता है: AC प्रतिक्रिया और माइक्रोवेव पर वोल्टेज–सीढ़ियाँ
  5. अपूर्णता क्यों दिखती है: दोष व फाड़ नुकसान खोलते हैं।
    बहुत बड़ा करंट, प्रबल क्षेत्र, ऊँचा ताप या क्वांटाइज़्ड वोर्टेक्स के पिनिंग–स्थल कालीन को खींचकर छेद खोल देते हैं; ऊर्जा वहाँ से निकलती है—क्रिटिकल करंट, लॉस–पीक और अनरेखीय प्रतिसाद दिखते हैं।

III. आदर्श परिदृश्य


IV. देखे जाने योग्य संकेत


V. मुख्यधारा से तालमेल


VI. संक्षेप में

अतिचालकता का अर्थ यह नहीं कि इलेक्ट्रॉन अचानक “परफेक्ट” हो गए। क्रम यह है: पहले युग्म बनना, फिर फेज़ लॉक होना, और अंततः दरार के पार रिले करना—


कॉपीराइट व लाइसेंस (CC BY 4.0)

कॉपीराइट: जब तक अलग से न बताया जाए, “Energy Filament Theory” (पाठ, तालिकाएँ, चित्र, प्रतीक व सूत्र) का कॉपीराइट लेखक “Guanglin Tu” के पास है।
लाइसेंस: यह कृति Creative Commons Attribution 4.0 International (CC BY 4.0) लाइसेंस के अंतर्गत उपलब्ध है। उपयुक्त श्रेय देने की शर्त पर, व्यावसायिक या गैर‑व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए प्रतिलिपि, पुनर्वितरण, अंश उद्धरण, रूपांतर तथा पुनःवितरण की अनुमति है।
अनुशंसित श्रेय प्रारूप: लेखक: “Guanglin Tu”; कृति: “Energy Filament Theory”; स्रोत: energyfilament.org; लाइसेंस: CC BY 4.0.

पहला प्रकाशन: 2025-11-11|वर्तमान संस्करण:v5.1
लाइसेंस लिंक:https://creativecommons.org/licenses/by/4.0/